B.Com. Semester-V Goods and Services Tax - Hindi book by - Saral Prshnottar Group - बीकाम सेमेस्टर-5 माल एवं सेवा कर - सरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीकाम सेमेस्टर-5 माल एवं सेवा कर

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2023
पृष्ठ :180
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2807
आईएसबीएन :0

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बीकाम सेमेस्टर-5 माल एवं सेवा कर - सरल प्रश्नोत्तर

प्रश्न- आपूर्तिकर्ता तथा प्राप्तकर्ता का स्थान भारत में होने की दशा में सेवाओं की आपूर्ति का स्थान समझाइये।

उत्तर -

आपूर्तिकर्ता तथा प्राप्तकर्ता का स्थान
भारत में होने की दशा में सेवाओं की आपूर्ति का स्थान
(Place of Supply of Services in case of Location of Supplier and Recipient is in India)

यदि आपूर्तिकर्ता तथा प्राप्तकर्ता का अवस्थान भारत में हो, तो सेवाओं की आपूर्ति के स्थान भारत में हो, तो सेवाओं की आपूर्ति के स्थान का निर्धारण एकीकृत माल एवं सेवा कर अधिनियम 2017 की धारा 12 के अधीन निर्धारित होता है। यदि सेवाओं के आपूर्तिकर्ता का अवस्थान तथा सेवाओं के प्राप्तकर्ता का अवस्थान भारत में हो, तो सेवाओं की आपूर्ति के स्थान का निर्धारण अग्रवत होगा- 

1. सामान्य / चूक नियम (General / Default Rule) - एकीकृत माल एवं सेवा कर अधिनियम, 2017 की धारा 12 (2) बताती है कि धारा 12 (3) से लेकर धारा 12 (14) के अधीन दिए गये मामलों में सेवा की आपूर्ति न आने पर सामान्य / चूक नियम लागू होगा। इस नियम के अनुसार-

• एक पंजीयत व्यक्ति को दी गयी सेवाओं की दशा में आपूर्ति की जगह ऐसी व्यक्ति का स्थान होती है।

• किसी अन्य व्यक्ति को प्रदत्त सेवाओं की आपूर्ति की जगह प्राप्तकर्ता का स्थान जहाँ व्यक्ि का पता ज्ञात हो, होगी तथा अन्य मामलों में सेवाओं के आपूर्तिकर्ता का स्थान होगा।

2. स्थायी सम्पत्ति से सम्बन्धित सेवाओं के मामले में (In case of Services related to Immovable Property) - एकीकृत माल एवं सेवा कर अधिनियम 2017 की धारा 12 (3) में सेवाओं की आपूर्ति की जगह को निम्नलिखित नियमों के अनुसार निर्धारित किया जायेगा -

(i) स्थायी सम्पत्ति के प्रत्यक्ष सम्बन्ध में दी गयी निम्नलिखित सेवाएँ जैसे-

• इंजीनियर, वास्तुकार, इन्टीरियर डेकोरेटर सर्वेक्षणकर्ता, सम्पत्ति एजेन्ट की सेवाएँ,
• स्थायी सम्पत्ति के उपयोग का अधिकार देने के रूप में प्रदत्त सेवाएँ,
• विनिर्माण कार्य या समन्वयन की सेवाएँ।

(ii) अतिथि गृह, क्लब, शिविर, सराय या होटल के द्वारा ठहरने के रूप में दी गयी सेवाएँ।

(iii) शादी, स्वागत समारोह जैसे मामलों में सरकारी, सामाजिक, धार्मिक, या व्यावसायिक समारोह अथवा समारोह से सम्बन्धित किसी भी अचल सम्पत्ति को आवास सेवा के रूप में सेवाएँ।

(iv) उपरोक्त (i) से (iii) की सहायक सेवाएँ।

उपर्युक्त (i) से (iv) की दशा में आपूर्ति का अवस्थान वह स्थान होगा जहाँ स्थायी सम्पत्ति स्थित हो।

यदि एक से ज्यादा राज्यों अथवा संघशासित राज्यों में स्थायी सम्पत्ति स्थित हो, तो आपूर्ति को भिन्न-भिन्न राज्यों अथवा संघशासित राज्यों में मूल्य के अनुपात में माना जायेगा।

3. रेस्टोरेन्ट, व केटरिंग की सेवाएँ फिटनेस, स्वास्थ्य आदि सम्बन्धी सेवाएँ (Services related to Restaurent and Catering Services, Fitness, Health etc.) - एकीकृत माल एवं सेवा कर अधिनियम, 2017 की धारा 12(4) के अनुसार रेस्टोरेन्ट, व्यक्तिगत सौंदर्य, सौदर्य उपचार, प्लास्टिक सर्जरी आदि सेवा की आपूर्ति का अवस्थान वह जगह मानी जायेगी जहाँ सेवाएँ दी जाये।

4. प्रशिक्षण तथा अनुपालन मूल्यांकन सम्बन्धी सेवाएँ (Services related with Training and Performance Appraisal) - एकीकृत माल एवं सेवा कर अधिनियम, 2017 की धारा 12 (5) के अनुसार निम्नलिखित प्रावधान हों-  

  प्रावधान (Provision) आपूर्ति का स्थान (Place of Supply)
(i) किसी पंजीयत व्यक्ति को प्रशिक्षण एवं अनुपालन मूल्यांकन के बारे में सेवाएँ देना। आपूर्ति का स्थान ऐसे पंजीयत व्यक्ति का स्थान होगा।
(ii) किसी पंजीयत व्यक्ति के अतिरिक्त किसी अन्य व्यक्ति को प्रशिक्षण तथा अनुपालन मूल्यांकन के बारे में सेवाएँ प्रदान करना। आपूर्ति का स्थान वह जगह होगी जहाँ सेवाएँ वास्तव में दी जाती हों।

5. सांस्कृतिक, कलात्मक, खेलकूद, शैक्षिक वैज्ञानिक, मनोरंजन कार्यक्रम, मनोरंजन पार्क, या किसी अन्य स्थान में प्रवेश के माध्यम से सेवाएँ (Services through Admission to a Cultural, Artistic, Sporting, Educational Scientific Entertainment Program, Entertainment Park or Other Places) - एकीकृत माल एवं सेवा कर अधिनियम, 2017 की धारा 12 (6) कहती है कि सांस्कृतिक, कलात्मक, खेल व अन्य स्थानों में प्रवेश के माध्यम से दी जाने वाली सेवाओं तथा सहायक सेवाओं की आपूर्ति की जगह वह स्थान होगा जहाँ वास्तव में कार्यक्रम का आयोजन हो या पार्क स्थित हो।

6. सांस्कृतिक, कलात्मक, खेलकूद, वैज्ञानिक, शैक्षिक और अन्य कार्यक्रम जैसे सम्मेलन, मेला, प्रदर्शनी, आदि को आयोजित करने से संबंधित सेवाएँ (Services related to organising a cultural, artistic, sporting, scientific, educational and other events like conference, fair, exhibition) - एकीकृत माल एवं सेवा कर अधिनियम की धारा 12(7) कहती है कि-

(a) सांस्कृतिक, कलात्मक, खेलकूद, वैज्ञानिक, शैक्षणिक या मनोरंजन कार्यक्रम जिसमें सम्मेलन, मेला, प्रदर्शनी, या इसी प्रकार के समारोह शामिल हैं, के संबंध में दी गई सेवाएँ, अथवा

(b) ऐसे समारोह को आयोजित करने के लिए सहायक सेवाएँ, अथवा

(c) ऐसे समारोह के लिए प्रयोजन आवंटित करने के सम्बन्ध में सेवाओं की आपूर्ति की जगह का निर्धारण निम्नलिखित तरह से होगा

• यदि पंजीकृत व्यक्ति को ऐसी सेवाएँ दी जाती हैं, तो आपूर्ति की जगह ऐसे पंजीकृत व्यक्ति का स्थान होगी,

• यदि पंजीकृत व्यक्ति के अलावा किसी अन्य व्यक्ति को ऐसी सेवाएँ दी जाती हैं, तो आपूर्ति की जगह वह स्थान होगा जहाँ सेवाओं को वास्तव में दिया जाता हो तथा यदि ऐसा समारोह भारत के बाहर आयोजित किया जाता हो, तो आपूर्ति की जगह प्राप्तकर्ता का स्थान होगी।

उल्लेखनीय है कि यदि समारोह एक से अधिक राज्यों या संघशासित राज्यों में आयोजित किये जाते हों और ऐसे समारोह से संबंधित सेवाओं की आपूर्ति के लिए समेकित राशि ली जाती हो, तो ऐसी सेवाओं की आपूर्ति की जगह प्रत्येक संबंधित राज्यों या संघशासित प्रदेशों की अलग-अलग सेवाओं के मूल्य के अनुपात में की जाएगी जिसे इस अनुबंध के अधीन एकत्रित या निर्धारित किया गया है।

ऐसे अनुबंध की अनुपस्थिति में सेवाओं की आपूर्ति अलग-अलग राज्यों या संघशासित प्रदेशों में ऐसे आधार पर जिसे इस संबंध में तय किया जा सकता है, के अनुपात में होगी।

7. यात्रियों को लाने-ले जाने की सेवाएँ (Passenger Transportation Services) - एकीकृत माल एवं सेवा कर अधिनियम, 2017 की धारा 12 (9) के अनुसार यात्री यातायात से सम्बन्धित सेवाओं की आपूर्ति की जगह का निर्धारण अग्रवत होगा-

  प्रावधान (Provision) आपूर्ति का स्थान(Place of Supply)
(i) पंजीयत व्यक्ति को सेवाएँ दिये जाने के मामले में पंजीयत व्यक्ति का स्थान।
(ii) किसी अन्य व्यक्ति को ऐसी सेवाएँ देने के मामले में वह स्थान जहाँ यात्री निरन्तर यात्रा हेतु वाहन पर चढे।

वापसी की यात्रा को एक पृथक यात्रा की भाँति माना जायेगा।

9. बोर्ड पर सेवाओं की आपूर्ति सम्बन्धी सेवाएँ (Service related to on Board) - धारा 12 (10) के अनुसार वाहन के बोर्ड पर सेवाओं की आपूर्ति का स्थान यात्रा के लिए उस वाहन के प्रस्थान का प्रथम अनुसूचित बिन्दु माना जायेगा।

10 दूरसंचार सेवाओं आदि से सम्बन्धित सेवाएँ (Services related to Telecom Services etc.) - एकीकृत माल एवं सेवा कर अधिनियम, 2017 की धारा 12 (11) के अनुसार डेटा अन्तरण, प्रसारण, इन्टरनेट लीज्ड सर्किट, केबल तथा डी. टू.एच. सेवाओं सहित दूरसंचार सेवाओं की आपूर्ति की जगह का निर्धारण निम्नवत होना-

  प्रावधान (Provision) आपूर्ति का स्थान (Place of Supply)
(i) स्थिर दूरसंचार लाइन, लीज्ड सर्किट,   इंटरनेट लीज्ड सर्किट, केबल या डिश एंटीना के माध्यम से दी गयी सेवाओं के मामले में आपूर्ति का स्थान ! स्थान जहाँ दूरसंचार लाइन, लीज्ड सर्किट या केबल कनेक्शन या डिश एंटीना को  सेवाओं की प्राप्ति के लिए स्थापित किया गया हो।
(ii) पोस्ट-पेड आधार पर प्रदान की गई दूरसंचार तथा इण्टरनेट सेवाओं के लिए मोबाइल कनेक्शन के मामले में आपूर्ति का स्थान। आपूर्तिकर्ता के अभिलेखों में सेवाओं केप्रापक के बिलिंग का पता।
(iii) दूरसंचार के लिए मोबाइल कनेक्शन इंटरनेट सेवा और डी. टू.एच. 'सेवाएँ किसी वाउचर या अन्य साधन के माध्यम से प्रीपेमेंट आधार पर प्रदान किए जाने की दशा में। आपूर्ति के समय आपूर्तिकर्ता के अभिलेखों  में विक्रय एजेन्ट या पुनविक्रेता या वितरक के पते का स्थान।
(iv) अन्य मामलों में आपूर्ति का स्थान सेवाओं के आपूर्तिकर्ता के अभिलेख के अनुसार प्राप्तकर्ता का पता और जहाँ ऐसा पता उपलब्ध नहीं है, आपूर्ति की जगह सेवाओं के आपूर्तिकर्ता का स्थान।

11. बैंकिंग तथा अन्य वित्तीय सेवाओं सम्बन्धी सेवाएँ (Services related to Banking and Other Financial Services) - एकीकृत माल एवं सेवा कर अधिनियम की धारा 12 (12) के अनुसार एक व्यक्ति को स्कन्ध दलाली सेवाओं सहित बैंकिंग तथा अन्य वित्तीय सेवाओं की आपूर्ति की जगह सेवाओं के आपूर्तिकर्ता के आपूर्तिकर्ता के अभिलेखों में प्राप्तकर्ता का स्थान होगा।

12. बीमा सेवाओं सम्बन्धी सेवाएँ (Services related to Insurance Services) - धारा 12 (13) के अनुसार बीमा सेवाओं के बारे में आपूर्ति की जगह को निम्नवत् तय किया जायेगा-

  प्रावधान(Provision) आपूर्ति का स्थान (Place of Supply)
(i) पंजीयत व्यक्ति को बीमा सेवाएँ देने पर। पंजीयत व्यक्ति का स्थान।
(ii) किसी अन्य व्यक्ति को बीमा सेवा देने पर आपूर्तिकर्ता के अभिलेखों में सेवाओं के प्रापक का स्थान।

13. विज्ञापन सम्बन्धी सेवाएँ (Advertisement related Services) - धारा 12 (14) अनुरूप विज्ञापन सेवाओं से सम्बन्धित सेवाओं के स्थान का निर्धारण अग्रवत होगा- 

  प्रावधान (Provision) आपूर्ति का स्थान (Place of Supply)
(i) केन्द्रीय सरकार, राज्य सरकार, वैधानिक  निकाय, स्थानीय प्राधिकरण के संविदा या ठहराव में इंगित राज्यों अथवा संघशासित राज्यों हेतु दी गयी विज्ञापन सेवाओं की आपूर्ति का स्थान। राज्य अथवा संघशासित राज्य।

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    अनुक्रम

  1. प्रश्न- कर का आशय तथा प्रकार बताइये। अप्रत्यक्ष कर क्या होता है? क्या माल एवं सेवा कर भारत में पहले लागू अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था का उपचार है?
  2. प्रश्न- भारत में पूर्ववर्ती अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था की उन कमियों को बताइये जिन्होंने माल एवं सेवा कर व्यवस्था को अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
  3. प्रश्न- स्पष्ट कीजिए कि माल एवं सेवा कर पूर्ववर्ती अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था के दोषों का उपचार है।
  4. प्रश्न- माल एवं सेवा कर की अवधारणा समझाइये। इसकी आवश्यकता तथा उद्देश्य क्या हैं?
  5. प्रश्न- माल एवं सेवा कर की आवश्यकता तथा उद्देश्य बताइए।
  6. प्रश्न- माल एवं सेवा कर की प्रमुख विशेषताएँ बताइये।
  7. प्रश्न- भारत में माल एवं सेवा कर इतिहास / पृष्ठभूमि समझाइये।
  8. प्रश्न- केन्द्रीय माल एवं सेवा कर अधिनियम, 2017 के अन्तर्गत निम्नलिखित पदों को परिभाषित कीजिए -
  9. प्रश्न- माल एवं सेवा कर नेटवर्क का वर्णन कीजिए।
  10. प्रश्न- माल एवं सेवा कर नेटवर्क के उद्देश्य क्या हैं?
  11. प्रश्न- माल एवं सेवा कर नेटवर्क के लक्षण बताइये।
  12. प्रश्न- जी.एस.टी. नेटवर्क के क्या कार्य है?
  13. प्रश्न- माल एवं सेवा कर परिषद की संरचना तथा कार्यों का वर्णन कीजिए।
  14. प्रश्न- माल एवं सेवा कर परिषद के प्रमुख लक्षण क्या हैं?
  15. प्रश्न- माल एवं सेवा कर परिषद के कार्यों को बताइए।
  16. प्रश्न- माल एवं सेवा कर परिषद की सभाओं के बारे में लिखिए।
  17. प्रश्न- माल एवं सेवा कर के व्यापार, विनिर्माण, सेवा आदि क्षेत्रों पर प्रभाव बताइये।
  18. प्रश्न- माल एवं सेवा कर के निम्नांकित पर प्रभाव बताइये। (a) सेवाप्रदाताओं पर (b) उपभोक्ताओं पर (c) केन्द्रीय सरकार पर (d) राज्य सरकारों पर
  19. प्रश्न- माल एवं सेवा कर के देश पर तथा विशिष्ट क्षेत्रों पर प्रभाव बताइये।
  20. प्रश्न- माल एवं सेवा कर के समग्र प्रभाव बताइये।
  21. प्रश्न- माल एवं सेवा कर के उद्ग्रहण को समझाइये।
  22. प्रश्न- जी.एस.टी. नेटवर्क की सेवाएँ बताइए। इस नेटवर्क के द्वारा करदाता कौन-सी सूचनाएं देते हैं?
  23. प्रश्न- माल एवं सेवा कर के अधीन कर के भुगतान के लिए कौन दायी होता है?
  24. प्रश्न- जी एस टी के लाभ-हानियों का उल्लेख करें-
  25. प्रश्न- केन्द्रीय माल एवं सेवा कर अधिनियम, 2017 के अन्तर्गत आपूर्ति से आपका क्या आशय है? इसके क्षेत्र को विस्तारपूर्वक समझाइये।
  26. प्रश्न- आपूर्ति के क्षेत्र का वर्णन कीजिए।
  27. प्रश्न- 'संयुक्त आपूर्ति' व प्रमुख आपूर्ति तथा 'मिश्रित आपूर्ति का आशय बताइये। इनमें अन्तर तथा कर दायित्व का वर्णन कीजिए।
  28. प्रश्न- संयुक्त आपूर्ति पर करदेयता को बताइए।
  29. प्रश्न- मिश्रित आपूर्ति का आशय बताइए।
  30. प्रश्न- मिश्रित आपूर्ति की दशा में करदेयता बताइए।
  31. प्रश्न- संयुक्त आपूर्ति तथा मिश्रित आपूर्ति में अन्तर बताइये।
  32. प्रश्न- आपूर्ति का समय क्या होता है? आपूर्ति के समय पर माल एवं सेवा कर की दरों में परिवर्तन का प्रभाव बताइये।
  33. प्रश्न- माल की आपूर्ति का समय बताइए।
  34. प्रश्न- सेवाओं की आपूर्ति का समय बताइये।
  35. प्रश्न- आपूर्ति के समय पर माल एवं सेवा कर की दरों में परिवर्तन का प्रभाव बताइए।
  36. प्रश्न- आपूर्ति का मूल्य क्या है? इसकी गणना के सम्बन्ध में सामान्य नियम बताइए।
  37. प्रश्न- आपूर्ति के मूल्य के लक्षण बताइए।
  38. प्रश्न- आपूर्ति के मूल्य की गणना के सम्बन्ध में सामान्य नियम बताइये।
  39. प्रश्न- कम्पोजीशन योजना की विशेषताएँ तथा लाभ व हानियाँ बताइए।
  40. प्रश्न- कम्पोजीशन योजना की हानियाँ बताइए।
  41. प्रश्न- आपूर्तिकर्ता तथा प्राप्तकर्ता का स्थान भारत में होने की दशा में सेवाओं की आपूर्ति का स्थान समझाइये।
  42. प्रश्न- सेवाओं की आपूर्ति का स्थान बताइये यदि आपूर्तिकर्ता का स्थान अथवा प्रापक का स्थान भारत के बाहर हो।
  43. प्रश्न- सम्बन्धित व्यक्ति, भिन्न व्यक्ति तथा परिवार में कौन शामिल है?
  44. प्रश्न- वे गतिविधियाँ या लेनदेन बताइये जिन्हें न तो माल की आपूर्ति और न ही सेवा की आपूर्ति के रूप में माना जायेगा।
  45. प्रश्न- अन्तर्गमन तथा बहिर्गमन आपूर्तियाँ क्या होती हैं?
  46. प्रश्न- माल अथवा सेवाओं अथवा दोनों की आपूर्ति का स्थान समझाइये।
  47. प्रश्न- भिन्न अथवा सम्बन्धित व्यक्तियों के मध्य आपूर्ति के मूल्य निर्धारण के नियम बताइये।
  48. प्रश्न- आपूर्ति के मूल्य निर्धारण हेतु निम्नलिखित के बारे में नियम बताइये - एजेण्ट के माध्यम से आपूर्ति
  49. प्रश्न- प्रमुख करमुक्त सेवाओं को बताइये।
  50. प्रश्न- प्रमुख करमुक्त माल की सूची बनाइए।
  51. प्रश्न- निम्नांकित सेवाओं के बारे में माल एवं सेवा कर विधान के अन्तर्गत प्रदत्त करमुक्ति के प्रावधान बताइये- (a) पुण्यार्थ संस्थान द्वारा सेवा, (b) सरकार द्वारा सेवा, (c) धार्मिक सेवा।
  52. प्रश्न- लघु आपूर्तियों पर टिप्पणी लिखिए।
  53. प्रश्न- इनपुट टैक्स क्रेडिट का आशय क्या है? इसकी विशेषताएँ बताइये।
  54. प्रश्न- इनपुट टैक्स क्रेडिट की विशेषताएँ बताइये।
  55. प्रश्न- इनपुट टैक्स क्रेडिट की उपलब्धता के लिए क्या शर्तें निर्धारित की गयी हैं? उनका वर्णन कीजिए।
  56. प्रश्न- इनपुट टैक्स क्रेडिट को प्राप्त करने हेतु शर्तें बताइए।
  57. प्रश्न- केन्द्रीय माल तथा सेवाकर अधिनियम, 2017 की धारा 17 के अन्तर्गत जिन पर इनपुट टैक्स क्रेडिट उपलब्ध नहीं होती है, उनके बारे में बताइये। क्रेडिट विभाजन के बारे में समझाइये।
  58. प्रश्न- क्रेडिट विभाजन सम्बन्धी प्रावधान बताइये।
  59. प्रश्न- सेवा वितरक से आप क्या समझते हैं? इसके द्वारा क्रेडिट का वितरण समझाइये।
  60. प्रश्न- इनपुट सेवा वितरक द्वारा क्रेडिट का वितरण समझाइये।
  61. प्रश्न- माल तथा सेवाकर के अन्तर्गत कर के भुगतान की अवधारणा को स्पष्ट कीजिए। माल तथा सेवाकर भुगतान प्रक्रिया के प्रमुख लक्षण लिखिए।
  62. प्रश्न- कर भुगतान के प्रमुख लक्षण बताइये।
  63. प्रश्न- माल तथा सेवाकर के अन्तर्गत करों के भुगतान हेतु रखे जाने वाले विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक अभिलेखों को समझाइए।
  64. प्रश्न- इलेक्ट्रॉनिक क्रेडिट लेजर को समझाइए।
  65. प्रश्न- इलेक्ट्रॉनिक दायित्व रजिस्टर के बारे में बताइए।
  66. प्रश्न- करदाता को कितने प्रकार के रिफण्ड (धन वापसी) उपलब्ध होते हैं? रिफण्ड के दावे की प्रक्रिया समझाइये।
  67. प्रश्न- रिफण्ड के दावे की प्रक्रिया समझाइए।
  68. प्रश्न- अन्यायपूर्ण संवर्धन का सिद्धान्त क्या है? इसकी विशेषताएँ बताइए।
  69. प्रश्न- उपभोक्ता कल्याण कोष को समझाइए।
  70. प्रश्न- माल तथा सेवाकर के अन्तर्गत स्रोत पर कर की कटौती के बारे में क्या व्यवस्था की गई है?
  71. प्रश्न- स्रोत पर कर संग्रह के बारे में लिखिए।
  72. प्रश्न- विवरणी से आप क्या समझते हैं? इसके उद्देश्य बताइए। माल एवं सेवा कर विधान के अधीन विवरणियों को फाइल करने के लिए कौन उत्तरदायी है तथा किसे मुक्ति दी गयी है?
  73. प्रश्न- विवरणियों के उद्देश्य बताइए।
  74. प्रश्न- विवरणियों के लिए उत्तरदायी व्यक्तियों को बताइए।
  75. प्रश्न- "विवरणी फाइल करने के माध्यम तथा विवरणियों के प्रकार बताइए। बहिर्गमन आपूर्ति तथा अन्तर्गमन आपूर्ति के विवरण प्रस्तुतीकरण को समझाइए।
  76. प्रश्न- बहिर्गमन आपूर्तियों के विवरण प्रस्तुतीकरण को स्पष्ट कीजिए।
  77. प्रश्न- अन्तर्गमन आपूर्तियों के विवरण प्रस्तुतीकरण को बताइए।
  78. प्रश्न- माल एवं सेवा कर प्रैक्टिशनर अथवा जी एस टी व्यवसायी कौन होता है? इसके पात्रता मानदण्ड बताइए। इसके सम्बन्ध में अनुमोदन की रीति, गतिविधियाँ, शर्ते तथा विवरण के ठीक होने के उत्तरदायित्व के बारे में लिखिए।
  79. प्रश्न- माल एवं सेवा कर प्रैक्टिशनर हेतु अनुमोदन प्रक्रिया क्या है? माल एवं सेवा कर प्रैक्टिशनर की गतिविधियाँ बताइये।
  80. प्रश्न- माल एवं सेवा कर प्रैक्टिशनर हेतु शर्तें क्या है? विवरण के ठीक होने के सम्बन्ध में इसका उत्तरदायित्व बताइए।
  81. प्रश्न- जी एस टी आर-3 में मासिक विवरणी का प्रस्तुतीकरण बताइये।
  82. प्रश्न- वार्षिक विवरणी क्या होती है? बताइए।
  83. प्रश्न- अन्तिम विवरणी के बारे में बताइए। विवरणी फाइल करने में चूक करने वालों को सूचना देने तथा विलम्ब शुल्क की उगाही के बारे में क्या व्यवस्था की गयी है?
  84. प्रश्न- केन्द्रीय माल एवं सेवा कर अधिनियम, 2017 के अधीन किस प्रकार के व्यक्ति पंजीकरण कराने के लिए दायी होते हैं? समझाइये।
  85. प्रश्न- केन्द्रीय माल एवं सेवा कर अधिनियम 2017 की धारा 24 के अधीन कौन से व्यक्तियों को पंजीयन कराना आवश्यक है?
  86. प्रश्न- अन्य मामलों में पंजीयन हेतु कौन दायी है?
  87. प्रश्न- केन्द्रीय माल एवं सेवा कर अधिनियम, 2017 की धारा 25 के अधीन पंजीकरण प्रक्रिया समझाइये।
  88. प्रश्न- पंजीयन के विशिष्ट मामलों का वर्णन कीजिए।
  89. प्रश्न- अनिवासी कराधेय व्यक्ति को परिभाषित कीजिए तथा इसकी पंजीयन प्रक्रिया बताइए।
  90. प्रश्न- जॉब वर्कर तथा विशेष आर्थिक क्षेत्र में स्थित इकाई के पंजीयन को बताइए।
  91. प्रश्न- कौन-कौन से व्यक्ति कम्पोजीशन लेवी का विकल्प चुन सकते हैं? इस स्कीम को अपनाने के अपात्र व्यक्ति कौन हैं?
  92. प्रश्न- कम्पोजीशन लेवी का विकल्प कौन चुन सकता है?
  93. प्रश्न- कम्पोजीशन स्कीम के अपात्र व्यक्ति बताइये।
  94. प्रश्न- कम्पोजीशन स्कीम हेतु शर्तें तथा प्रतिबन्ध बताइये। शर्तों के अतिलंघन के सम्बन्ध में दण्ड के क्या प्रावधान हैं?
  95. प्रश्न- कम्पोजीशन स्कीम की शर्तों के उल्लंघन की दशा में दण्ड का प्रावधान बताइए।
  96. प्रश्न- वे कौन से व्यक्ति हैं जो पंजीयन हेतु दायी नहीं होते हैं?
  97. प्रश्न- आकस्मिक कराधेय व्यक्ति तथा अनिवासी कराधेय व्यक्ति में अन्तर बताइये।
  98. प्रश्न- टिप्पणी लिखिये- (a) पंजीयन प्रमाणपत्र की वैधानिकता, (b) पंजीयन हेतु वाँछनीय सूचनाएँ, (c) पंजीयन आवेदनपत्र पर हस्ताक्षरी, (d) अग्रिम कर जमा करना।
  99. प्रश्न- पंजीयन प्रमाणपत्र का निरस्तीकरण समझाइए।
  100. प्रश्न- 'पंजीकरण के निरस्तीकरण का खण्डन' बताइये।
  101. प्रश्न- समझाइये कि 'कम्पोजीशन लेवी एक विकल्प मात्र है।
  102. प्रश्न- कम्पोजीशन लेवी के तहत कर की दरें बताइये।
  103. प्रश्न- कर बीजक से आप क्या समझते हैं? इसकी विषय सामग्री, समय तथा जारी करने की पद्धति को स्पष्ट कीजिए।
  104. प्रश्न- कर बीजक को जारी करने के समय के बारे में बताइए।
  105. प्रश्न- कर बीजक को जारी करने की रीति समझाइये।
  106. प्रश्न- कर बीजक की विषय-सामग्री क्या होती है?
  107. प्रश्न- निम्नलिखित को समझाइए- (a) संशोधित कर बीजक (b) समेकित कर बीजक, (c) प्राप्ति प्रमाणक का निर्गमन, (d) रिफण्ड या वापसी बाउचर का निर्गमन, (e) प्रतिलोभी प्रभार के तहत बीजक, तथा भुगतान वाउचर।
  108. प्रश्न- समेकित कर बीजक क्या होता है? आपूर्ति का बिल कब निर्गमित किया जाता है? इसमें दी जाने वाली सूचनाएँ बताइए।
  109. प्रश्न- प्राप्ति प्रमाणक क्या होता है? इसकी विषय-वस्तु बताइए।
  110. प्रश्न- रिफण्ड वाउचर के निर्गमन को समझाइए।
  111. प्रश्न- प्रतिलोमी प्रभार के तहत बीजक के बारे में क्या प्रावधान हैं? भुगतान प्रमाणक के बारे में भी समझाइए।
  112. प्रश्न- विशेष मामलों में कर बीजक को समझाइये।
  113. प्रश्न- निम्नलिखित पर टिप्पणी लिखिए-
  114. प्रश्न- क्रेडिट तथा डेबिट नोट को समझाइए।
  115. प्रश्न- ई-वे बिल क्या है? इसकी विशेषताएँ तथा आवश्यकता को समझाइए।
  116. प्रश्न- माल एवं सेवा कर विधान के अन्तर्गत अंकेक्षण के बारे में बताइए तथा निम्नलिखित को समझाइए- (a) चार्टर्ड एकाउन्टेन्ट अथवा कॉस्ट एकाउण्टेन्ट द्वारा अंकेक्षण, (b) कर प्राधिकारियों द्वारा अंकेक्षण, तथा (c) विशेष अंकेक्षण।
  117. प्रश्न- माल एवं सेवा कर विधान के अन्तर्गत अंकेक्षण के प्रकार बताइए। चार्टर्ड एकाउण्टेन्ट
  118. प्रश्न- कर प्रधिकारियों द्वारा अंकेक्षण को समझाइए।
  119. प्रश्न- विशेष अंकेक्षण को समझाइए।
  120. प्रश्न- कर निर्धारण से आप क्या समझते है? इसमें क्या-क्या शामिल रहता है? वर्णन कीजिए।
  121. प्रश्न- अस्थायी कर निर्धारण को समझाइए।
  122. प्रश्न- सारांश निर्धारण क्या है?
  123. प्रश्न- सर्वोत्तम निर्णय कर निर्धारण को समझाइए।
  124. प्रश्न- HSN कोड का वर्णन कीजिए।
  125. प्रश्न- इनपुट सेवा वितरक से आप क्या समझते हैं?
  126. प्रश्न- इनपुट सेवा वितरक की भूमिका बताइए।
  127. प्रश्न- माल तथा सेवा कर पहचान संख्या की संरचना बताइए।
  128. प्रश्न- माल तथा सेवा कर में सेवा लेखांकन कोड (SAC) को बताइये।

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